कुछ सत्य अदृश्य में छिपे हैं। Some truths are hidden in the invisible.


मानवीय संवेदनाओं की संरचना ऐसी विचित्र है कि जब कोई संकट की घड़ी आती है, वह अपने प्रियजनों को सूक्ष्म तरंग भेजकर यह सूचित कर देती है कि कुछ अभूतपूर्व घटित होने वाला है।
The structure of human sensibilities is so bizarre that when a crisis comes, it sends a wavelength to its loved ones to inform them that something unprecedented is going to happen.

इस क्रम में समय अथवा दूरी संबंधी कोई व्यवधान उसके आड़े नहीं आता है और जहां लक्ष्य कर उसे भेजा गया था। वहाँ पहुँचकर वह व्यक्ति को सूचना देता है कि उसके लिए सब कुछ दुरुस्त है, सो बात नहीं। ऐसी कितनी ही घटनाओं का संकलन रुथ मांटगुमरी ने अपनी पुस्तक 'इन सर्च ऑफ दि ट्रूथ' में किया है।
In this sequence no interruption of time or distance comes in the way and where the target was sent to him.  After reaching there, he informs the person that everything is right for him, so it does not matter.  Ruth Montgomery has compiled many such incidents in his book 'In Search of the Truth'.

ऐसी ही एक घटना का उल्लेख करते हुए वे लिखती है कि," साल 1943 की एक रात थी। दूसरा महायुद्ध चल रहा था पैसिफिक सागर में तेरहवीं एयरफोर्स बटालियन के कमांडर जनरल नेथान एफ0 ट्वीनिंग दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से युद्ध के दौरान अपने बेड़े से अलग-थलग पड़ गए।
Referring to one such incident, she writes, "It was a night in the year 1943. The Second World War was underway. General Nathan F0 Twinning, commander of the Thirteenth Air Force Battalion in the Pacific Sea, was unfortunately isolated from his fleet during the war.  Gone.

वे 'एसपराइट सांतो' एयरबेस के लिए अपने चौदह अन्य साथियों के साथ रवाना हुए थे, पर बेड़े के मुख्य जहाज से अचानक उनका संपर्क टूट गया। बहुत खोज की गई, पर उनका और साथियों का कुछ भी पता नहीं चला।
He left for the 'Esprit Santo' airbase with fourteen other companions, but suddenly lost contact with the main ship of the fleet.  A lot of searches were done, but nothing was found of him and his companions.

जनरल नेथान की पत्नी उस समय अमेरिका में अपने घर में सो रही थी। नींद के बीच उसे ऐसा लगा कि उसके पति उसके पास खड़े हो और बेचैनी से उसे जगा रहे हो। श्रीमती नेथान ने अपने पति का मुंह और हाथ स्प्ष्ट देखा। उसने पति के हाथ पकड़ने की कोशिश की, पर तभी सब कुछ ओझल हो गया। उसकी नींद टूट गई।
General Nathan's wife was sleeping in her home in America at the time. During her sleep she felt as if her husband was standing near her and was waking her up with restlessness. Mrs. Nathan saw her husband's mouth and hands clear. She tried to hold the husband's hand, but then everything disappeared. His sleep was broken.

स्वप्न उसने पहले भी देखे थे लेकिन यह स्वप्न उन सभी स्वप्न से विचित्र था। जाग जाने के बाद वह स्वप्न श्रीमती नेथान को इस प्रकार विस्मित कर रहा था कि उसके शरीर के बाल सिहरकर खड़े हो गए थे।
He had seen dreams before, but this dream was peculiar to all those dreams. After waking up, that dream was amusing to Mrs. Nathan in such a way that her body hairs shuddered and stood up.

उसके बाद उसे नींद नहीं आई, पूरी रात जाग कर बिताई। सवेरा हो चला था, तभी टेलीफोन की घंटी बजी। फोन उसकी एक सहेली का था। उसके पति भी दक्षिण पैसिफिक सागर पर सैनिक अफसर थे, इसलिए श्रीमती नेथान के हृदय में रात की विस्मृत कर देने वाली घटना ने फिर एक बार उत्तेजना उत्पन्न कर दिया।
After that he could not sleep, spent the whole night awake. The morning bell rang when the telephone bell rang. The phone belonged to one of his friends.  Her husband was also a military officer on the South Pacific Sea, so the nightmare incident in Mrs. Nathan's heart once again caused excitement.

उसने जल्दी जल्दी में पूछा, तो पता चला कि सब ठीक है, पर सहेली ने साथ में यह भी कहा कि न जाने क्यों आज उसका मन बार बार उसे ही (श्रीमती नेथान को) याद कर रहा है। उसने कहा कि वह उसके पास जल्द ही आ रही है। इतना कह कर फोन काट दिया।
He asked in a hurry, then came to know that everything was fine, but Saheli also said that he does not know why his mind is remembering him (Mrs. Nathan) again and again. She said that she is coming to him soon. Having said this, disconnected the phone.

सहेली उसके घर आई, पर सामान्य बात-चीत के अलावा और कोई बात नहीं हुई। श्रीमती नेथान ने इस बारे में पूछा भी, तब उसने इतना ही कहा कि, उसे बार-बार दो दिनो से उसी की याद आ रही थी, इसलिए वह आई। इसके अलावा और कोई बात नहीं है।
The friend came to her house, but there was nothing but normal conversation. Even when Mrs. Nathan asked about this, she said as much that, she had been missing him again and again for two days, so she came.  There is nothing else apart from this.

दो दिन रह कर उसकी दोस्त वापस चली गई, श्रीमती नेथान को सरकार के तरफ से सूचना मिली कि उसके पति अपने जहाज के साथ लापता हैं। उनकी खोज की जा रही है। खोजने वाले अधिकारी की नियुक्ति कर दिया गया है। इस सूचना से उसका मन बड़ा दुखी और चिंतित रहने लगी। एक सप्ताह के बाद ही सेना के तरफ से सूचना मिली कि जहाज मिल गया है, और श्री नेथान जल्द ही उनसे मिलने आ रहे है।
After staying for two days, her friend returned, Mrs. Nathan received information from the government that her husband was missing with her ship. They are being searched. The search officer has been appointed. His mind became very sad and worried due to this information. After a week, it was reported from the army that the ship had been found, and Mr. Nethan was coming to meet them soon.

भेंट होने पर श्रीमती नेथान ने अपने पति को उस रात की घटना बताई। इस पर पति कहा कि सचमुच उस रात वे मुसीबत में पड़ गए थे, और उसे बहुत याद कर रहे थे।
Upon the meeting, Mrs. Nathan told her husband the incident that night. The husband said that he had got into trouble that night, and was missing him a lot.

इस सम्बंध में मनोवैज्ञानिको का कहना है कि, यह एक भावनात्मक जुड़ाव ही है, जिससे वे आपस में जुड़े हुए थे। पति के व्याकुल होकर पत्नी को याद करने से उनकी मानसिक तरंगे अनजाने ही पत्नी के पास पहुँचकर अनहोनी की सूचना दे दी।
In this regard, psychologists say that it is an emotional connection with which they were connected. When the husband was distraught and remembered his wife, his mental waves inadvertently reached the wife and informed her about the untoward incident.

इस प्रकार के संदेश का आदान प्रदान एक अदृश्य स्तर पर दो परस्पर जुड़े लोगों मे स्वतः संपन्न होता है। लेकिन यह कितने आश्चर्य करने वाली बात है कि जिस अफसर ने नेथान की खोज की, वह उसकी पत्नी की सहेली का पति ही था। आखिर उसकी पत्नी को वहां जाने के लिए किसने प्रेरित किया?
The exchange of this type of message occurs automatically on an invisible level between two interconnected people. But how surprising it is that the officer who discovered Nathan was the husband of his wife's friend. After all, who inspired his wife to go there?

कुछ रहस्य ऐसे होते है, जो मनुष्य को यह बताते है कि जीवन में जो दिखाई दे रहा है, वहीं सत्य नहीं है। तर्क से कोई कुछ भी कह सकता है। लेकिन सत्य का सागर, अदृश्य में भी छिपा हुआ है।
There are some secrets, which tell a human being that what is visible in life is not true.  By logic one can say anything.  But the ocean of truth is hidden even in the invisible


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