याद रखने की अद्भुत क्षमता वाले व्यक्ति। A person with amazing ability to remember.

स्मृति अथवा याद रखना। यह स्मृति सभी में होती है, परन्तु किसी-किसी में याद रखने की अद्भुत क्षमता पाई जाती है। ऐसे व्यक्तियों की याद रखने की क्षमता को देखकर हैरानी होती है।
To remember or remember This memory is present in everyone, but in some people there is an amazing ability to remember. It is surprising to see the ability of such individuals to remember.
और मन में प्रश्न भी उठा है कि ऐसे व्यक्तियों को याद कैसे रह जाता है। विज्ञान भी इस संबंध में विश्लेषण तो प्रस्तुत करता है, लेकिन यह नहीं बताता की ऐसा होता क्यों है?
And the question has also arisen in the mind that how such people are remembered.  Science also presents an analysis in this regard, but it does not tell why this happens?

कौटिल्य पंडित

कौटिल्य पंडित का जन्म 24 दिसम्बर 2007 को हरियाणा राज्य के करनाल जिले के कोहँड़ गाँव में हुआ। एक असाधारण प्रतिभासम्पन्न बच्चा है, जिसने 5 वर्ष 10 महीने की आयु में ही विश्व भूगोल, प्रति व्यक्ति आय, घरेलू उत्पाद व राजनीति जैसे विभिन्न विषयों से सम्बन्धित प्रश्नों का चुटकी बजाते उत्तर देकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया है। भारत में इन्हें गूगल बॉय के नाम से जाना जाता है।
Kautilya Pandit was born on 24 December 2007 in the village of Kohand in Karnal district of Haryana state. There is an extraordinary talented child, who surprised everyone at the age of 5 years and 10 months by giving a pinch of answers related to various topics like world geography, per capita income, household products and politics. In India, he is known as Google Boy.
जहाँ इस उम्र में बच्चे एबीसी, कखग और नर्सरी की कविताएं याद करते है वहाँ इस बच्चे ने असाधारण रूप से अपने मानव मष्तिष्क की क्षमता में कम्प्यूटर को भी मात दे दी है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक इसकी स्मृति क्षमता का अध्ययन कर रहे हैं।
Where children at this age memorize the poems of ABC, Kakhg and Nursery, this child has also beaten the computer in his extraordinary capacity of human brain.  Expert psychologists at Kurukshetra University are studying its memory capacity.

लवीनाश्री

याद रखने की अद्भुत क्षमता की प्रतीक के रूप में लवीनाश्री  है। वह मदुरई के लक्ष्मी स्कूल में सातवीं कक्षा की विद्यार्थी है। उनकी याद रखने की शक्ति अचंभे में डाल देती है।
Lavinashri is a symbol of amazing ability to remember. She is a seventh grade student at Lakshmi School in Madurai. The power to remember them is astonishing.
तीन वर्ष की उम्र में ही लवीनाश्री ने तमिल के तिरुक्कुरल नामक ग्रंथ की 1300 पक्तियां सुनाकर 'लिम्बा बुक ऑफ रेकार्ड्स' में स्थान पाया।
At the age of three, LavinaSri found a place in the 'Limba Book of Records' by reciting 1300 verses of the book Tirukkural in Tamil.
उसकी इस अद्भुत शक्ति से प्रभावित होकर उन्हें 'ग्लोबल वर्ल्ड रेकार्ड्स' एवं 'एशिया बुक ऑफ रेकार्ड्स' में भी नाम शामिल किया गया है।
Impressed by his amazing power, he has also been named in the 'Global World Records' and 'Asia Book of Records'.
लवीनाश्री को आठ साल की उम्र में कम्प्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट की प्रमाण-पत्र परीक्षा में 1000 में से 842 अंक मिले। उन्होंने यह प्रमाण-पत्र  विश्व में सबसे कम उम्र में प्राप्त किया था, जो  अनोखा विश्व कीर्तिमान है।
At the age of eight, LavinaSri got 842 marks out of 1000 in Microsoft's certification exam in computer. He received this certificate at the youngest in the world, which is a unique world record.
अपने भाई के कहने पर लवीना श्री ने एम.सी.पी का कोर्स भी आठ वर्ष की उम्र में पास कर एक नया अध्याय अपने जीवन में जोड़ दिया। इसके बाद लवीना श्री ने लाइनेक्स के आर.एच.सी. ई. में भी एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
At the behest of her brother, Laveena Sri also passed the MCP course at the age of eight and added a new chapter to her life.  After this, Laveena Sri made RHC of Linux.  In AD also established a new record.
अगस्त 2010 में दस वर्ष की अवस्था में ही संसार की सबसे छोटी उम्र में ही लवीना श्री ने रेड हैड सर्टिफाइड इंजीनियर की उपाधि धारण किया।
In August 2010, at the age of ten, Laveena Sri took the title of Red Head Certified Engineer at the youngest in the world.

मारिलु हेनर

अमेरिका की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री मारिलु हेनर अपने याद रखने की शक्ति के बहुत विख्यात है, उनका जन्म 6 अप्रैल 1952 में  अमेरिका में पैदा हुई। उन्हें हाइली सुपीरियर ऑटोबायोग्राफी मेमोरी (एच.एस.ए.एम) के लिए जानी जाती हैं।
Famous American actress Marilu Heiner is very well known for her memorizing power, she was born on 6 April 1952 in the US. He is known for Highly Superior Autobiography Memory (HSAM).
वह बचपन से ही अपने प्रत्येक दिन की गतिविधियों के बारे में वैसे ही बता देती है, जैसा उस दिन घटित हुआ था। उसे यदि कहा जाए कि 7 अप्रैल 1963 को कौन सा दिन था और उस दिन सुबह से शाम तक उसने क्या खाया, कौन सा कपड़ा पहना था, कितने लोगों से मिली तथा उनसे क्या क्या बातें हुईं, तो वह पूरा ब्यौरा प्रस्तुत कर देती है।
From childhood,she tells about the activities of each day, as it happened that day. If she is told what day it was on April 7, 1963 and what she ate from morning to evening, what clothes she wore, how many people she met and what things happened to her, then she gives full details.
मारिलु हेनर कहती है कि मुझे अपने जीवन की एक एक बात पूरी तरह से याद है। इस कारण को यदि कुछ भूल जाता है तो मुझसे पूछने आता है और उसे मैं पूरी बात बता देती हूं, इसलिए मुझे फेमिली हिस्टोरियन कहते है।
Marilu Heiner says that I remember one thing in my life completely. If I forget something about this reason, I come to ask and I tell the whole thing, so I am called Family Historian.

जील प्राइस

इसी संबंध में टॉम वर्ग की एक पुस्तक रिमेम्बरिंग इवरी डे ऑफ योर लाइफ बहुचर्चित हुई थी। इसमे जील प्राइस नाम की महिला का उल्लेख है, जो 1965 में अमेरिका में पैदा हुई थी। 14 वर्ष के पश्चात वह भी अपने जीवन के एक एक दिन को याद रखे हुई है। गुजरे हुए दिनों के बारे में वह ऐसा बोलती-बताती है, जैसे अभी कुछ पल पहले की बात हो।
In this connection, a book by Tom Varg, Remembering Every Day of Your Life was famous. It mentions a woman named Jill Price, who was born in 1965 in America.  After 14 years, she is also remembering one day of her life. She speaks about the days gone by, as if it were just a few moments ago.
मनोवैज्ञानिक इसे हाइपरथाइमेसिया कहते हैं, जिसमें अपने अतीत के बारे में पूरी बात याद रहती है। हाइपरथाइमेसिया के अब तक 20 लोगों का ही पता चला है, इनकी याद रखने की असीम शक्ति होती है।
Psychologists call it hyperthymasia, in which the whole thing is remembered about its past. Only 20 people have been diagnosed with hyperthymasia so far, they have immense power to remember.

राष्ट्रपति सुकर्णो

लुडविग अर्नोल्ड ने अपनी चर्चित पुस्तक में इंडोनेशिया के जनक एवं प्रथम राष्ट्रपति सुकर्णो के बारे में बताया है कि उनकी याद रखने की क्षमता को फोटोग्राफिक मेमोरी कहा जाता था वे एक बार जिसे देखते, उसे कभी भी नहीं भूलते थे।
इस कारण वे कई भाषा सीख गए थे।
Ludwig Arnold, in his famous book, described Sukarno, the father of Indonesia and the first president, that his ability to remember was called photographic memory. He would never forget what he once saw. Because of this they had learned many languages.

जॉन वोन न्यूमेन

'दि लेजेंड ऑफ वोन न्यूमेन' के लेखक हेलमोस पॉल ने बताया है कि जॉन वोन न्यूमेन की याद रखने की शक्ति इतनी तीव्र थी कि फोन बुक के कॉलम को देखकर उसमें विद्यमान सभी नम्बर को याद कर लेते थे।
Helmos Paul, author of 'The Legend of Won Neumann', has said that John Von Neumann's power to remember was so intense that by looking at the phone book column, he remembered all the numbers present in it.
उनके मित्र गोल्डस्टीन कहते है कि एक बार न्यूमेन किसी सेमिनार में गए, वहां एक पुस्तक को पलटते हुए देखा था। जब उन्हें संबंधित पुस्तक के बारे में पूछा गया तो तब उस पुस्तक की सभी चीजों को अक्षरशः चर्चा किया। ये देखकर वहां उपस्थित सभी लोग अभिभूत थे।
His friend Goldstein says that once Newman went to a seminar, he saw a book turning around. When he was asked about the related book, he discussed everything in that book literally.  Seeing this, everyone present there was overwhelmed.

फर्डिनेंड मार्कोस

फर्डिनेंड मार्कोस की याद रखने की क्षमता भी लाजवाब थी। वे फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति थे। वे कठिन से कठिन तथ्यों को एक क्षण में याद कर लेते थे। उन्होंने फिलीपींस के संविधान के सभी अनुच्छेद याद थे और उन्हें वे आगे एवं पीछे, दोनों तरफ से बता सकते थे।
Ferdinand Marcos' ability to remember was also amazing. He was the former President of the Philippines.  He could remember the hardest facts in a moment. He had memorized all the articles of the constitution of the Philippines and could tell them from both the front and the back.
वर्ष 1939 में उन्होंने बार परीक्षा 98.01 प्रतिशत अंक से पास की थी। इस पर लोगों ने विवाद किया था कि ऐसा सम्भव नही हो सकता है, क्योंकि इससे पहले अधिकतम प्राप्तांक 71 प्रतिशत तक पहुंचा था। तब उनकी परीक्षा सभी की उपस्थिति में दुबारा ली गई, जिसमें 99 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे।
In the year 1939, he passed the bar examination with 98.01 percentage points.  On this, people disputed that this could not be possible, because before that the maximum score had reached 71 percent.  His exam was then retested in the presence of everyone, scoring 99 percent.

इस प्रकार याद रखने की क्षमता, अपार एवं असीम होती है, केवल उसे संयम और अभ्यास के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। कुछ लोगों में यह जन्मजात गुण होता है, लेकिन जिसमें जन्मजात गुण नहीं है, वो भी अभ्यास के द्वारा यह क्षमता विकसित कर सकते है।

Thus, the ability to remember is immense and limitless, only it can be attained through moderation and practice. Some people have this innate quality, but which does not have the innate quality, they can also develop this ability through practice.


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